1. रोग निवारण: घोड़े की नाल के उपयोग से कुछ आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपचार भी किए जा सकते हैं, जैसे कि मुँह के छालों का उपचार और संक्रमण का इलाज।
2. वायु प्रवाह: घोड़े की नाल को आधुनिक गृह निर्माण में भी उपयोग किया जाता है, जहां वायु प्रवाह को सुधारने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
3. परिवहन: कई स्थानों पर, घोड़े की नाल द्वारा परिवहन किया जाता है, विशेष रूप से जहां यातायात के लिए अधिकतम अनुकूलता की आवश्यकता होती है, जैसे कि शहर के लगभग हर हिस्से में।