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Deepak dahiya: जाट ने किया डंडे से पिस्टल का सामना

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Deepak dahiya: बहादूरी खून में होती है

Deepak dahiya: नई दिल्ली। कहते है बहादूरी खून में होती है और समय समय पर यह बाहर निकल कर आती रहती हैं। जाटों के बहादूरी के किस्से मशहूर हैं। यह बहादूरी दिखाई देती है तो केवल रक्षा के समय और देश के सम्मान के समय। ऐसा ही नजारा दिखाई दिया दिल्ली के मौजपुर में पिस्टल थामे युवके के सामने जब दीपक दहिया (head constable deepak dahiya) खड़े हो गए।

अपनी जान की परवाह न करते हुए कांस्टेबल दीपक दहिया (head constable deepak dahiya) डंडे के सहारे मौजपुर वैष्णो देवी मंदिर में अपनी ड्यूटी दे रहे थे लेकिन अचानक भीड़ उग्र हो गई और कुछ लोग पत्थरों से हमला करने लगे इसी बीच शाहरूख नाम का एक युवक पिस्टल हाथ में लिए आगे बढऩे लगा लेकिन दीपक दहिया (head constable deepak dahiya) ने किसी बात की परवाह ना करते हुए एक डंडे के भरोसे उसके सामने खड़े हो गए और उसे समझाने लगे। सभी लोग यह नजारा देखने लगे और कईयों ने तो इसे फौन पर कैद कर लिया। युवक ने कई राउंड फायर किया लेकिन दीपक ने अपने कर्तव्यों को तवज्जो देते हुए उसके सामने निडर होकर खड़े रहे।

दीपक दहिया का कहना है कि अगर मैं डरता तो वह औरों को मार डालता। दूसरों की रक्षा के लिए दीपक दहिया ने अपनी जान जोखिम में डाल दी। युवक ने दीपक को गोली मारने की धमकी दी तो वहीं भीड़ ने भी गोली मारने के लिए प्रेरित किया। इन सब परिस्थितियों में भी दीपक अपनी जगह पर डटे रहे। शायद इसीलिए जाट अपनी बहादूरी और जाबांजी के लिए महशूर होते हैं।

एक डंडे के सहारे पिस्‍टल का सामना करते हुए दीपक दहिया

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