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निर्भया केस: फांसी की रस्सियों को साफ्ट बनाए रखने के लिए तिहाड़ ने मंगाए केले

निर्भया गैंगरेप के दोषी

नई दिल्ली। nirbhaya case fansi date दिल्ली के निर्भया गैंगरेप केस के चारों गुनहगारों की फांसी का दिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे-वैसे तिहाड़ जेल प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। अब फांसी की रस्सियों के लिए पके हुए केलों की मांग की गई है, जिससे इन रस्सियों को मुलायम बनाए रखा जा सके। इन रस्सियों का ट्रायल हो चुका है। इसमें निर्भया के दोषियों की डमी को सूली पर चढ़ाया गया था। रस्सियों को मुलायम बनाए रखने के लिए पहले मक्खन का इस्तेमाल भी किया गया था। इन्हें रपटीला बनाए रखना जरूरी है ताकि फांसी की गांठ आसानी से ऊपर-नीचे हो पाए। सूत्र बताते हैं कि जेल अधिकारियों ने फंदे के लिए चारों दोषियों के गले का नाप लिया था। इस दौरान वे रोने लगे और जेल अधिकारियों से उन्हें छोड़ने की गुजारिश करने लगे। बाद में उन्हें काउंसलर की मदद से शांत करवाया गया। जेल अधिकारियों ने बताया कि वे कुछ किलो केले खरीदेंगे और उन्हें पीसकर चारों रस्सियों पर लगाएंगे। ये वही रस्सियां हैं जिनका डमी के गले में डालकर ट्रायल लिया गया है। फांसी वाले दिन जल्लाद रस्सियों पर अन्य चिकनाई वाली चीज भी लगाएगा। यह भी पता चला है कि रस्सी का टेस्ट दोषी के वजन से कुछ फालतू वजन वाले डमी या सैंड बैग से होता है ताकि रस्सी कितना वजन झेल सकती है, यह पता चल सके। जेल अधिकारी ने बताया कि प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन करना जरूरी होता है, वर्ना यह किसी कत्ल की तरह होगा। उन्होंने बताया कि कैदी जितना भारी होगा, उसे उतना कम ऊपर से लटकाया जाता है। माना जा रहा है कि जेल प्रशासन इनकी फांसी के लिए इस्तेमाल होने वाली चार रस्सियों के अलावा बैकअप में रखी गईं अन्य 8 रस्सियों पर भी ट्रायल करेगा। बताया जा रहा है कि अभी तक के ट्रायल कामयाब तो रहें हैं, लेकिन उनमें समय अधिक लग रहा है। इसलिए और ट्रायल करके समय कम करने की कोशिश की जाएगी। दूसरा आपस में को-ऑर्डिनेशन में जहां भी कमी दिख रही है, उसे भी दुरुस्त किया जाएगा।

SC Junks Curative Pleas Filed by 2 Nirbhaya Case Convicts, Clears Way for Execution on Jan 22

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