Breaking News

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस: महत्व और इतिहास

13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाया जाता है, और यह सवाल अक्सर उठता है कि यह दिवस क्यों मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कब हुई थी। तो आइए, आज हम इसी पर चर्चा करें।

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस: महत्व और इतिहास

13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस क्यों मनाया जाता है

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस की शुरुआत 2015 से मानी जाती है। जबकि इसके बारे में घोषणा 8 अप्रैल 2015 को की गई थी।

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस की मनाने की परंपरा कैसे शुरू हुई?

जानकारी के अनुसार, 2014 में जाट एकता मंच नाम से एक वाट्सएप ग्रुप था, जिसमें जाट समाज के कई लोग समाज के विकास पर चर्चा करते थे। इसी दौरान ग्रुप के सदस्यों में यह विचार आया कि किसी एक दिन जाट समाज के पूर्वजों को याद किया जाए और समाज के विकास के लिए और आपसी भाईचारे का संदेश देने के लिए एक दिन तय किया जाए। ग्रुप के सदस्यों ने इस विचार पर सहमति जताई और इसे आगे बढ़ाने के लिए विचार मंथन किया। इसी मंथन में अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस का विचार सामने आया।

यह भी पढ़े- राजस्थानी कला और संस्कृति की सात समंदर पार दिखेंगी झलक – रूमा देवी

8 अप्रैल 2015 को द्वारका, नई दिल्ली में जाट बुद्धिजीवियों की एक पंचायत हुई, जिसमें कर्नल मेहर सिंह दहिया और अन्य जाट बुद्धिजीवियों ने सर्वसम्मति से 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाने की घोषणा की। इसके पीछे कई तर्क दिए गए, लेकिन सबसे बड़ा तर्क यह था कि जाट एक किसानी से जुड़ी कौम है और 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व आता है, जो किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण होता है।

13 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस?

13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाने के पीछे कई कारण हैं:

  1. 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था। यह दिन शहीदों की श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए चुना गया।
  2. इसी दिन स्वतंत्रता सेनानी चौधरी छोटूराम द्वारा निकाला गया अखबार जाट गजट 13 अप्रैल 1917 को प्रकाशित हुआ था।
  3. बैसाखी पर्व का किसान समाज और हिंदू समाज में विशेष महत्व है, और यह पर्व भी 13 अप्रैल को मनाया जाता है।

इन सब कारणों को ध्यान में रखते हुए 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।

विदेशों में भी मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस का विचार अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विदेशों में भी मनाया जाता है। भारत के अलावा विदेशों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोग इस दिन अपने घरों में दीप जलाते हैं, अपने पूर्वजों और शहीदों को याद करते हैं। महिलाएं पारंपरिक वस्त्र पहनकर नृत्य करती हैं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जैसे कि कविताएं, गाने आदि।

यह भी पढ़े- जाट कविता | jat poetry in hindi | jaat attitude shayari

इस प्रकार, 13 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस मनाना एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो जाट समाज की एकता, इतिहास और संस्कृति को समर्पित है।

About jaatpariwar

जाट परिवार समाज में होती हलचलों के बारे में जानने का एक नजरिया हैं जाट परिवार से जुडने के लिए मेल करें jaatpariwar01@gmail.com पर

Check Also

यूपी चुनाव में कितने जाट विधायकों ने जीत हासिल की ?

यूपी में हाल ही में हुए चुनाव में भारी संख्या में जाट प्रत्याशियों ने जीत …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *