नई दिल्ली दिल्ली देहात के चार प्रमुख स्तम्भ नरेला, महरौली, नजफगढ़ और नांगलोई में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान विकराल स्थिति का सामना करना पड़ा। अभी भी उसकी बुरी यादें लोगों के जेहन में ताजा हैं। ऐसे में सरकार से आग्रह है कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए दिल्ली देहात के इन क्षेत्रों में ऑक्सीजन की उपलब्धता और स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर बनाने पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए, क्योंकि कोरोना के कारण गांव देहात के क्षेत्रों में बहुत नुकसान हुआ है। यह कहना है पालम 360 के नवनियुक्त प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी का। रविवार को पालम गांव में राष्ट्रीय युवा जन चेतना मंच के तत्वाधान में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया जिसमें चौधरी सुरेंद्र सोलंकी का उपस्थित जनों द्वारा फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर चौधरी सुरेन्द्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली देहात का प्रदेश और देश के विकास में उल्लेखनीय योगदान है। इसलिए हम दिल्ली और केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि दिल्ली देहात के क्षेत्र को विशेष दर्जा देकर इन के विकास पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए। इस मौके पर राष्ट्रीय युवा जन चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि दिल्ली देहात के 360 गांवों की सेवा में जिस तरह चौधरी रिजकराम और चौधरी रामकरण सोलंकी ने सराहनीय कार्य किया है, उसी प्रकार हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि उन्हीं के पद चिन्हों पर चलते हुए चौधरी सुरेंद्र सोलंकी भी गांव देहात एवं खाप पंचायतों के मान सम्मान और सेवा भाव को नए मुकाम तक लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि एक नौजवान और मजबूत नेतृत्व की जरूरत को ध्यान में रखते हुए यह नेतृत्व सौंपा गया है। आज जिस तरह दिल्ली और देश के चुनौतीपूर्ण हालात हैं ऐसे में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ हम सब मिलकर चौधरी सुरेंद्र सोलंकी के नेतृत्व में मजबूती से दिल्ली देहात के विकास की लड़ाई लड़ेंगे।
इस मौके पर सोलंकी ने सभी का आभार प्रकट करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि दिल्ली देहात के विकास के लिए और खाप पंचायतों के मान सम्मान के लिए वह हर लड़ाई लडऩे को तैयार हैं।