
सहापनपुर। आज के दौर में जहां अधिकांश परिवार दहेज प्राप्त करने की होड़ में रहते हैं, वहीं सहापनपुर क्षेत्र के एक परिवार ने जाट समाज की अनूठी शादी समाज के सामने अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। उन्होंने अपनी बहू के परिवार से सिर्फ 1 रुपए का शगुन लेकर विवाह संपन्न किया।
शादी में केवल 1 रुपए का शगुन स्वीकार
गांव कासेपुरा निवासी जिला पंचायत सदस्य नीरज चौधरी के पुत्र हर्ष चौधरी का विवाह 2 नवंबर को शामली जिले के गांव राझड़ निवासी विनोद चौधरी की पुत्री सीवी चौधरी के साथ संपन्न हुआ।
शादी से जुड़ी सभी आवश्यक तैयारियां और वस्तुएं नीरज चौधरी परिवार ने अपने ही खर्च पर पूरी कीं।
जब लड़की पक्ष ने शगुन स्वरूप कुछ धनराशि देने की कोशिश की, तो नीरज चौधरी ने समाज में नई मिसाल पेश करते हुए केवल एक रुपया ही शगुन के रूप में स्वीकार किया।
हर ओर हो रही प्रशंसा
परिवार के इस निर्णय की पूरे क्षेत्र में सराहना की जा रही है। लोगों का कहना है कि आज के महंगाई भरे दौर में विवाह जैसी जिम्मेदारियां आर्थिक रूप से बेहद कठिन होती जा रही हैं।
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कदम समाज के लिए प्रेरणास्रोत
अच्छे वर की तलाश में लड़की पक्ष को अक्सर भारी दहेज देना पड़ता है, जिससे परिवार आर्थिक संकट में आ जाता है।
ऐसे में नीरज चौधरी परिवार का यह कदम समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है और आने वाली पीढ़ियों को बिना आर्थिक दबाव के सादगीपूर्ण विवाह करने की प्रेरणा दे रहा है।
लोगों का यह भी कहना है कि, “जिसने अपनी बेटी दे दी, उसने अपना सब कुछ दे दिया।”
नीरज चौधरी परिवार की इस पहल को समाज में दहेज-मुक्त विवाह की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।